भारीय दंड संहिता
- 1 – संहिता का नाम और उसके प्रवर्तन का विस्तार
- 2 – भारत के भीतर किए गए अपराधों का दण्ड
- 3 – भारत से परे किए गए किन्तु उसके भीतर विधि के अनुसार विचारणीय अपराधों का दण्ड।
- 4 – राज्यक्षेत्रातीत / अपर देशीय अपराधों पर संहिता का विस्तार
- 5 – कुछ विधियों पर इस अधिनियम द्वारा प्रभाव न डाला जाना
- 6 – संहिता में की परिभाषाओं का अपवादों के अध्यधीन समझा जाना
- 7 – एक बार स्पष्टीकॄत वाक्यांश का अभिप्राय
भारतीय संविधान
- 1- संघ का नाम और राज्यक्षेत्र
- 2 – नए राज्यों का प्रवेश या स्थापना
- 2A- सिक्किम का संघ के साथ सहयुक़्त किया जाना
- 3 – नए राज्यों का निर्माण और वर्तमान राज्यों के क्षेत्रों, सीमाओं या नामों में परिवर्तन
- 4 – पहली अनुसूची और चौथी अनुसूची के संशोधन तथा अनुपूरक, आनुषगिक और पारिणामिक विषयों का उपबंध करने के लिए अनुच्छेद 2 और अनुच्छेद 3 के अधीन बनाई गई विधियां