आज के इस आर्टिकल में मै आपको ““सिवका” की परिभाषा | भारतीय दंड संहिता की धारा 230 क्या है | 230 Ipc in Hindi | IPC Section 230 | Coin defined ” के विषय में बताने जा रहा हूँ आशा करता हूँ मेरा यह प्रयास आपको जरुर पसंद आएगा । तो चलिए जानते है की –
भारतीय दंड संहिता की धारा 230 क्या है | 230 Ipc in Hindi
[ Ipc Sec. 230 ] हिंदी में –
“सिवका” की परिभाषा–
सिक्का, तत्समय धन के रूप में उपयोग में लाई जा रही और इस प्रकार उपयोग में लाए जाने के लिए किसी राज्य या संपूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न शक्ति के प्राधिकार द्वारा, स्टाम्पित और प्रचालित धातु है ।
भारतीय सिक्का–[भारतीय सिवका धन के रूप में उपयोग में लाए जाने के लिए भारत सरकार के प्राधिकार द्वारा स्टाम्पित और प्रचालित धातु है; और इस प्रकार स्टाम्पित और प्रचालित धातु इस अध्याय के प्रयोजनों के लिए भारतीय सिक्का बनी रहेगी, यद्यपि धन के रूप में उसका उपयोग में लाया जाना बन्द हो गया हो ।
दृष्टांत-
(क) कौनियां सिक्के नहीं हैं।
(ख) अस्टाम्पित तांबे के टुकले, यद्यपि धन के रूप में उपयोग में लाए जाते हैं, सिक्के नहीं हैं ।
(ग) पदक सिक्के नहीं हैं, क्योंकि वे धन के रूप में उपयोग में लाए जाने के लिए आशपित नहीं हैं।
(घ) जिस सिक्के का नाम कम्पनी रुपया है, वह [भारतीय सिक्का] है ।
*[(ङ) “फरूखाबाद रुपयां, जो धन के रूप में भारत सरकार के प्राधिकार के अधीन पहले कभी उपयोग में लाया जाता था, भारतीय सिक्का] है, यद्यपि वह अब इस प्रकार उपयोग में नहीं लाया जाता है |]
230 Ipc in Hindi
[ Ipc Sec. 230 ] अंग्रेजी में –
“ Coin defined ”–
230 Ipc in Hindi
- सामान्य आशय क्या है
- संविदा का उन्मोच
- संविदा कल्प या आभासी संविदा क्या है
- समाश्रित संविदा किसे कहते हैं
- उपनिधान उपनिहिती और उपनिधाता
- उपनिहिति का धारणाधिकार
- गिरवी से आप क्या समझते है
- क्षतिपूर्ति की संविदा
- आर्टिकल 35A क्या है
- गॄह-भेदन किसे कहते हैं
- आपराधिक अतिचार किसे कहते हैं
- संपत्ति की प्राइवेट प्रतिरक्षा
- शरीर की प्राइवेट प्रतिरक्षा
- कौन से करार संविदा हैं
- स्वतंत्र सहमती किसे कहते हैं
- शून्य और शून्यकरणीय संविदा
- प्रतिफल क्या है
- स्वीकृति क्या है
- प्रस्ताव से क्या समझते हो
- संविदा किसे कहते है